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जगदलपुर में सचिन पायलट का सियासी आक्रमण: SIR प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप, कांग्रेस करेगी प्रदेशभर में निगरानी

चंद्रहास वैष्णव

जगदलपुर। अपने प्रथम बस्तर प्रवास पर जगदलपुर पहुंचे छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने मंगलवार को भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। होटल एंबीशन में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था, बढ़ते अपराधों और मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर सरकार व प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए।
प्रेस वार्ता में उनके साथ नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे।

कानून व्यवस्था पर तीखी टिप्पणी
डीजीपी कॉन्फ्रेंस को लेकर पायलट ने कहा—

> “साय सरकार पहले अपने प्रदेश की कानून व्यवस्था सुधार ले, फिर बड़े आयोजन करे। अपराध लगातार बढ़ रहे हैं, जनता असुरक्षित है।”

उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ते अपराधों से स्थिति चिंताजनक है और सरकार इस दिशा में गंभीर नहीं दिखती।

SIR प्रक्रिया पर कांग्रेस का सबसे बड़ा निशाना

प्रेस वार्ता का मुख्य केंद्र रहा मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR), जिस पर पायलट ने गहरी आपत्ति जताई।
उन्होंने कहा—

> “SIR के नाम पर बीएलओ पर अनावश्यक दबाव डाला जा रहा है। कई तनाव में हैं। कांग्रेस फर्जी मतदाता सूची नहीं चाहती, लेकिन वैध मतदाताओं को हटाया गया तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

पायलट ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग भी सरकार के दबाव में कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा—

> “राहुल गांधी ने वोट चोरी के सबूत दिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कौन-सा लोकतंत्र बचा है, यदि मतदाता सूची ही संदिग्ध हो जाए?”

चरणदास महंत का बड़ा खुलासा – “विधायक का नाम भी गलत विधानसभा में”

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने SIR को लेकर हैरान कर देने वाला दावा किया।
उन्होंने बताया—

> “मेरे विधानसभा में हजारों लोगों के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं। यहां तक कि तीन बार चुनाव लड़ चुके एक विधायक का नाम भी दूसरे विधानसभा क्षेत्र में जोड़ दिया गया है। यह सुनियोजित हेरफेर है।”

उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया।

मतदाता सूची गड़बड़ी पर कांग्रेस का कड़ा रुख

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मतदाता सूची से बड़े पैमाने पर हटाए गए नाम चुनाव की निष्पक्षता पर प्रश्न खड़ा करते हैं।
पायलट ने स्पष्ट कहा—

> “यदि मतदाता सूची ही भरोसेमंद न रहे, तो चुनाव प्रक्रिया भी विश्वसनीय नहीं रह सकती।”

कांग्रेस की मांगें — राज्यभर में जांच और SIR ऑडिट अनिवार्य

* प्रेस वार्ता में कांग्रेस ने निम्न प्रमुख मांगें रखी—

* प्रदेश भर में मतदाता सूची की व्यापक जांच

* SIR प्रक्रिया का स्वतंत्र ऑडिट

* अनुचित रूप से हटाए गए वैध मतदाताओं के नाम पुनः जोड़े जाएँ

* बीएलओ पर दबाव समाप्त किया जाए और सुरक्षित कार्य वातावरण मिले

सचिन पायलट का यह दौरा और उनका तीखा बयान साफ संकेत देता है कि आगामी महीनों में छत्तीसगढ़ में SIR और मतदाता सूची को लेकर राजनीतिक टकराव और तेज़ होने वाला है।

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