शासकीय गुण्डाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडागांव (छ.ग़.) में 77 वे एनसीसी दिवस का आयोजन किया गया
यजुवेन्द्र सिंह ठाकुर
दिनांक 23 नवंबर 2025 को शासकीय गुण्डाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडागांव (छ.ग़.) में 77 वे एनसीसी दिवस का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरला आत्राम एवं एनसीसी परचनपाल के सी.ओ. सर के निर्देशन मे आयोजित किया गयाI
कार्यक्रम का प्रारम्भ माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया गयाI कार्यक्रम मे महाविद्यालय की एनसीसी केयरटेकर श्रीमती नेहा बंजारे ने अपने स्वागत उद्बोधन में कार्यक्रम के आयोजन के लिए छात्राओं को बधाई दी एवं अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में लगातार तीन वर्षों से एनसीसी कन्या इकाई का संचालन किया जा रहा है। एनसीसी राष्ट्रीय कैडेट कोर हम सब को अनुशासन एवं एकता का संदेश देती है।
देश के युवा शक्ति को देश सेवा में तत्पर रहने लगातार आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में श्री सुब्रत शाह बस्तर संभाग प्रभारी, संरक्षक अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोंडागांव उपस्थित थे इनके साथ ही अन्य अतिथि के रुप में श्री सोमेश्वर भारती कोषाध्यक्ष अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोंडागांव एवं श्री रवि कुमार ठाकुर सहसचिव अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोंडागांव एवं श्रीमती ममता शाह एवं श्रीमती एनु साहू मातृशक्ति सदस्य उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि श्री सुब्रत शाह ने अपने ओजपूर्ण ऊर्जा युक्त संबोधन में कहा कि अनुशासन और एकता बहुत महत्वपूर्ण है। सही जीवन जीने में यह गुण लाभकारी है। अनुशासन के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। श्री सुब्रत शाह जी ने ऑपरेशन सिंदूर में तीनों सेनाओ की भूमिका पर भी प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन 3 महिला अफसरों के सहयोग से पूर्ण हुआ। इस तरीके का सटीक ऑपरेशन कहीं भी कभी भी नहीं हुआ है। छात्राओं को उत्साह बढ़ाते हुए उन्होंने महिलाओं के कार्यस्थल पर भूमिका और आरक्षण पर भी बात की। फिर शाह जी ने महाविद्यालय में एनसीसी को निरंतर बनाए रखें जाने का एवं सहयोग देने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोंडागांव के प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रशिक्षण प्राप्त करके बहुत सारे छात्र छात्राएं विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी प्राप्त कर चुके हैं। इसके साथ ही अन्य अतिथि श्री सोमेश्वर भारती जी ने एनसीसी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि अनुशासन बहुत आवश्यक है, अनुशासन हमें जीवन में बांधने का प्रयास करती है परंतु इसी प्रयास के द्वारा ही हम ऊंचाई को प्राप्त करते हैं। जिस प्रकार पतंग धागे से बंध कर उचाई को प्राप्त करती है,उसी प्रकार हम भी अनुशासन में रहकर ही जीवन की ऊंचाइयों को पाने में सफल होंगे। जीवन में छोटे-छोटे बदलाव करके अनुशासन में रहकर नए शिखर को प्राप्त कर सकते हैं।
इसके साथ ही एनसीसी परचनपाल से सूबेदार अनूप बैक सर ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे देश में लगभग 17 लाख कैडेट्स हैं, उन्होंने भी एनसीसी गर्ल्स यूनिट को महाविद्यालय में बनाए रखने का आश्वासन दिया। उन्होंने नामांकन और कैंप एक्टिविटी के बारे में भी बताया। एनसीसी कैडेट्स को सेना के तौर पर भी उपयोग किया जा सकता है और समाज मे एनसीसी के योगदान पर भी चर्चा की। इसके साथ ही वाणिज्या विभागाध्यक्ष डॉ आकाश वासनिकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि पूर्व दार्शनिक के कथन के अनुसार जो आपको मरने नहीं देता, वह आप को मजबूत बनाता है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि एनसीसी की चुनौतियां हमें मजबूत बनाती है और एनसीसी का अनुशासन हमें उन चुनौतियों को पार करने के लिए सक्षम बनाता है। उन्होंने इसके साथ ही बताया कि जर्मन फिलॉस्फर प्लेटो ने कहा था कि अनुशासन हमारी की इच्छाओ, बुद्धि, महत्वाकांक्षाओं को संतुलित करने में सहायता करता है। अनुशासन केवल देश सेवा में ना होकर एक हर चीज में सफल होने के लिए आवश्यक होता है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स के द्वारा परेड, सलामी, पोस्टर प्रतियोगिता, भाषण एवं गायन का भी आयोजन किया गया था। पोस्टर प्रतियोगिता में पुष्पा मरकाम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा दीपिका ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती नेहा बंजारे ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं एनसीसी दिवस के अवसर पर महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता एवं वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त स्टाफ, कर्मचारी, अतिथि व्याख्याता एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाया।