भाजपा के पूर्व पार्षद जागेश्वर हिड़को ने विभिन्न विभागों में आरटीआई लगाकर उठा पारदर्शिता के सवाल
भरत भारद्वाज
कोंडागांव – जिले के फरसगांव नगर पंचायत के भाजपा के पूर्व पार्षद जागेश्वर हिंडको ने क्षेत्र में कई सरकारी विभागों में सूचना का अधिकार आरटीआई अधिनियम 2005 के तहत दर्जनों आवेदन दायर कर प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाब देही पर सवाल खड़े किए हैं । पूर्व पार्षद हिंडको ने नगर पंचायत फरसगांव, स्वास्थ्य विभाग, जनपद पंचायत , बीईओ कार्यालय , आबकारी विभाग , बिजली विभाग , कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, आरटीओ , तहसील कार्यालय और एसडीएम कार्यालय सहित कई विभागों की योजनाओं और टेंडन के संबंधित विस्तृत जानकारी मांगी है । पूर्व पार्षद हिड़को ने बताया कि अधिकांश विभागों से प्राप्त जानकारी अधूरी है , जबकि कुछ विभागों में निर्धारित 30 दिनों की अवधि में कोई जवाब नहीं दिया गया है. इस तरह उन्होंने संबंधित विभागों पर प्रथम अपील की लेकिन उत्तर असंतोषजनक रहा। अब वह राज्य सूचना आयोग रायपुर में द्वितीय अपील दाखिल करने की प्रक्रिया में है , हिड़को ने कहा कि मांगी गए सूचनाए पूर्णतः जनहित से संबंधित हैं, इसमें फरसगांव अस्पताल में वर्ष 2015 से 24 तक हुए खर्चों का ब्यौरा , नगर पंचायत में कोविड -19 अवधि में हुए वह और टेंडर की पारदर्शिता, शिक्षा विभाग की आलोक एलोकेशन एवं कैशबुक का विवरण , आबकारी विभाग में अहाता संचालन से संबंधित रिकॉर्ड तथा तहसील कार्यालय द्वारा किए गए भूमि पट्टा और जांच प्रकरणों की जानकारी शामिल है ।
जनता का पैसा जनता के हित में उपयोग हो जहां आरटीआई का उद्देश्य है, अधूरी या भ्रामक सूचना देना कानून का उल्लंघन है और हर स्तर पर प्रदर्शित की मांग की है । हिड़को ने बताया कि यदि आयोग से उचित कार्रवाई नहीं होती है तो वह इन प्रकरणों को लोकायुक्त एसीबी और जन शिकायत पोर्टल तक के लिए जाने की तैयारी में है, उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य किसी अधिकारी पर आरोप लगाना नहीं बल्कि शासन व्यवस्था को जवाब दे बनाना है। स्थानीय नागरिकों ने जागेश्वर हिड़कों की इस पहल का स्वागत किया है और कहा कि इस तरह की आरटीआई गतिविधियां क्षेत्र में पारदर्शिता प्रशासन और जवाबी की दिशा में सकारात्मक बदलाव ला सकती है ।