माईं दंतेश्वरी के पर्व पर आयोजित बस्तर लोकोत्सव में बॉलीवुड थीम की एंट्री गलत, सक्षम ने किया विरोध, कहा- फूहड़ता नहीं, भक्ति संगीत की प्रस्तुति दें कलाकार
चंद्रहास वैष्णव

जगदलपुर। बस्तर दशहरा व शारदीय नवरात्र के दौरान आयोजित दुगोत्सव के दौरान अश्लील व फूहड़ता फैलाने पर सनातन क्षेत्रीय मंच (सक्षम) ने आपत्ति दर्ज करवाते आयोजन करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। सक्षम अध्यक्ष कुणाल चालीसगांवकर ने कहा कि बस्तर दशहरा जहां माईं दंतेश्वरी का पर्व व पूजन परंपरा 600 वर्षों से लगातार जारी है। वनवासी अंचल का जनमानस नौ दिन भक्ति की पराकाष्ठा में डूबा रहता है। सभी गांवों के देवी-देवता भी इस 75 दिनों के दशहरा पर्व में शामिल होने पहुंचते हैं। माईं दंतेश्वरी की आराधना में कई तरह की जात्राएं होती है। जनजाति समूह अपनी परंपरा का निर्वहन बीते 600 सालों से करता आ रहा है। इसी बस्तर दशहरे के दौरान प्रशासन ने लालबाग में आयोजित बस्तर लोकोत्सव व स्वदेशी मेले में इस साल बॉलीवुड थीम को भी शामिल कर दिया है। रविवार की देर रात पार्श्वगायिका रूपाली जग्गा का कार्यक्रम आयोजित हुआ। आध्यात्मिक मेले में ऐसी फूहड़ता परोसने की परंपरा सर्वथा अनुचित है। गायिका द्वारा गानों का चयन भी सभ्य रूप से नहीं किया गया और उन्होंने फूहड़ गीतों की प्रस्तुति दी। जिला पंचायत के इस आयोजन को लेकर कोई भी गाइडलाइन गायिका रूपाली जग्गा को नहीं दी गई, जबकि इस आयोजन का नाम बस्तर दशहरा पर्व के तहत रखा गया है। कुणाल ने कहा कि इस पर्व में भक्ति संगीत और बस्तर लोकोत्सव के तहत स्थानीय लोकगीत व लोकनृत्यों को जगह दी जानी चाहिए थी। इन फूहड़ गीतों पर बस्तर के लोगों में खासी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि सक्षम द्वारा प्रशासन व आयोजन समितियों को इस पर तत्काल संज्ञान लेने और गायकों को मर्यादित गीतों का संकलन कर इन पर अपनी प्रस्तुति देने के निर्देश देने की मांग की गई है। ऐसा नहीं होने पर सक्षम द्वारा कड़ा विरोध करने की चेतावनी भी उन्होंने दी है।