20 हजार रुपये में करवाई भाई की हत्या — जादू-टोना के शक में परिवार बिखरा, तीन आरोपी गिरफ्तार
चंद्रहास वैष्णव

जगदलपुर। बस्तर जिले के पखनार थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक चचेरे भाई ने अपने ही सगे भाई की हत्या जादू-टोना के शक में करवा दी। इस घटना को सड़क हादसे का रूप देने की साजिश रची गई थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता और गहन जांच से हत्या की सच्चाई उजागर हो गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश्वर नाग ने बताया कि 4 नवंबर की रात करीब 9 बजे पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम गुमड़पाल और केलाऊर के बीच सड़क पर एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। मृतक की पहचान कमलू पोयामी के रूप में हुई। प्रारंभिक तौर पर इसे सड़क दुर्घटना माना गया, परंतु जांच के दौरान मामला हत्या का निकला।
एफआईआर प्रार्थी सुखराम पोयामी (निवासी छोटे बोदेनार) की रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू की गई। पूछताछ में ग्रामीणों और परिजनों से पता चला कि मृतक के चचेरे भाई हिडमा पोयामी और उसकी बहू पालो पोयामी ने अपने रिश्तेदार प्रवीण मड़काम उर्फ सुनील उर्फ बोके (निवासी बीजापारा, साड़रा बोदेनार) को ₹20,000 देकर हत्या करवाई थी।
पुलिस ने आरोपी प्रवीण को गिरफ्तार कर पूछताछ की, जिसमें उसने हत्या की बात स्वीकार की। आरोपी ने बताया कि हिडमा और पालो को शक था कि कमलू जादू-टोना करता था और इसी कारण उनके घर में अशांति और बीमारी फैल रही थी। पालो के पति की मौत का कारण भी उन्होंने इसी “जादू-टोना” को माना। इसी अंधविश्वास के चलते दोनों ने कमलू की हत्या की योजना बनाई।
प्रवीण ने बताया कि वह कमलू को मोटरसाइकिल से लेकर निकला और रास्ते में पेट्रोल खत्म होने का बहाना बनाकर उसे पैदल चलने को कहा। जैसे ही कमलू आगे बढ़ा, आरोपी ने पीछे से फरसा मारकर उसकी हत्या कर दी और शव को सड़क किनारे फेंक दिया ताकि यह हादसे जैसा लगे।
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त फरसा बरामद कर लिया है। तीनों आरोपियों — हिडमा पोयामी, पालो पोयामी और प्रवीण मड़काम — को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।